Posted on 25-06-2021 by Admin
अपने पूरा loan देने के बाद भी loacl finacer कामनी ने करीब चार साल बाद cheque बैंक में लगा दिया जिस के बारे में किसी को नहीं बोला गया .बाद में cheque bounce हो गया . तो फिर शिकायतकर्ता ने उस पर झूठा मुकदमा कोर्ट में दायर कर दिया। user की और से चार से जेदा गवाह पेश किए गए। कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद यह माना की शिकायत कर्ता ने झूठा केस डाला है। कोर्ट ने आरोपी को बरी कर शिकायतकर्ता को 250 सीआरपीसी का नोटिस जारी किया है।
झूठा चेक बाउंस केस में कैसे बचाव करे 250 सीआरपीसी नोटिस का सहारा ले सकते है क्या है 250 सीआरपीसी का नोटिस banking awareness banking gk for punjab cooperative bank IBPS exam
हमें ने वकील ने बतया की बताया कि कोर्ट जब किसी केस में यह समझती है कि शिकायतकर्ता ने झूठा केस दायर करके आरोपी को मानसिक व आर्थिक प्रताड़ना दी है, तब कोर्ट को यह अधिकार होता है कि वह शिकायतकर्ता को 250 सीआरपीसी का नोटिस जारी करके यह पूछे कि शिकायतकर्ता के खिलाफ कार्रवाई करके आरोपी को मुआवजा क्यों न दिलाया जाए।