Posted on 24-06-2021 by Admin
जिस से आप ने अपने पैसे लेने हो तो अगर आप को बैंक का cheque दे देता है तो आप उस cheque को बैंक में पैसे निकाले को देते हो तो आप को 2 दिन के बाद पता लगता है की cheque बाउंस हो गिया है तो आप को अपने पैसे न मिलने का दुख होता है
अगर आप बैंक cheque बाउंस हो जाता है तो आप बैंक cheque देने वाले के उपर केस कर सकते हो और आप अपने सरे पैसे ले सकते हो . cheque बाउंस होने को आप dishonour खा जाता है .
cheque बाउंस dishonour उस cheque को बोलते है जब आप बैंक से कैश कराने के लिए बैंक में जमा करते तो खाते में कम अमाउंट होने से बैंक आप को पैसे नहीं देता .
जब बैंक cheque बाउंस होता है तो बैंक एक स्लिप जिस में cheque बाउंस होने का कारण दिया जाता है . अब एक महीने के अंदर चेक जारी करने वाले को लीगल नोटिस भेजना होता है इस में लिखा होता है की आप का चेक बाउंस हो गिया है अब वह 15 दिन के अंदर चेक की राशि उसको दे .
उस पैसे का भुगतान 15 दिन में कर देता है तो मामला यहीं सुलझ जाता है. नहीं तो मामला सिविल न्यायालय में दायर करें मुकदमा अगर चेक जारी करने वाला पैसा देने से इनकार कर देता है या लीगल नोटिस का जवाब नहीं देता है, तो आप निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट 1881 की धारा 138 के तहत सिविल कोर्ट में केस फाइल कर सकते हैं. इसके तहत आरोपी को 2 साल की सजा और जुर्माना दोनों हो सकता है. जुर्माने की राशि चेक की राशि का दोगुना हो सकती है.
भुगतानकर्ता के बैंक अकाउंट में पर्याप्त पैसों का न होना
हस्ताक्षर एकसमान न होना
अकाउंट नंबर का एकसमान न होना
चेक की तारीख के साथ जारी करें
शब्दों और संख्याओं में राशि का एकसमान न होना
फटा-कटा चेक
ओवरड्राफ्ट की लिमिट को पार करना
भुगतानकर्ता के प्राधिकरण (हस्ताक्षर) के बिना चेक पर स्क्रैबलिंग, ओवरराइटिंग या गलती
चेक की समय सीमा का खत्म होना