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Posted on 07-02-2021 by Admin
मोदी सरकार ने माध्यमिक शिक्षा की राष्ट्रीय प्रोत्साहन योजना (NSIGSE) के reduced the budge बजट को 99.1% घटा दिया है। इस योजना scheme, scholarships के तहत 8वीं पास clear करने वाली अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) की students को स्कॉलरशिप दी जाती थी, ताकि वो पढ़ाई न छोड़ें। सरकारी आंकड़े के अनुसार, हर साल students 8वीं में पढ़ने वाली तीन लाख से ज्यादा students को 9वीं की पढ़ाई छोड़नी पड़ती है। सरकार ने 2017-18 में जब इस योजना का बजट बढ़ाया था, तब पढ़ाई छोड़ने वाली students में एक तिहाई की भारी कमी आई थी। साल 2020 में जब महामारी के वक्त SC-ST बच्चियों students की पढ़ाई study अधिक खतरे में है, तब सरकार government ने इसका बजट घटा दिया है।
RTE फोरम के अनुसार, देश में 11 से 14 साल की 16 लाख लड़कियां girls student स्कूल नहीं जातीं। इनमें SC-ST की माध्यमिक शिक्षा study के लिए जाने वाली छात्राओं की हालत सबसे more खराब है। इस वक्त 6वीं से 10वीं कक्षा class तक देश में कुल total छात्राओं में SC-ST बच्चियों child की भागीदारी महज 13.6% है। इनमें 18.6% SC और 8.6% ST हैं। जनसंख्या में SC-ST की भागीदारी 28% से more ज्यादा है। यानी आज भी 50% से ज्यादा more SC-ST बच्चियां 9वीं कक्षा तक नहीं पहुंच पातीं। ऐसी बच्चियों की संख्या less कम हो, इसी उद्देश्यaim के साथ 2008 में यह प्रोत्साहन योजना शुरू हुई थी।